अक्षय तृतीया पर हुए बांके बिहारी के चरण दर्शन, ठाकुर जी को लगा चंदन का लेप

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धर्म { गहरी खोज } : वृंदावन में भक्ति और आस्था के दिन अक्षय तृतीया पर भक्तों की भारी भी भीड़ उमड़ी। गर्मी और तपन का भी भक्तों को कोई असर नहीं हुआ। बांकेबिहारी मंदिर में ठाकुर जी के वर्ष में एक बार हो वाले दुर्लभ चरण दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु मथुरा पहुंचे। देश की जानी-मानी ज्योतिष्याचार्य श्रुति दिवेदी ने भी आज ठाकुर जी के चरणों के दिव्य दर्शनों का लाभ उठाया और हमसे वहां की जानकारी साझा की।

साल में एक बार ठाकुरजी के दुर्लभ चरण दर्शन
ज्योतिष्याचार्य श्रुति दिवेदी ने बताया कि अक्षय तृतीया एक ऐसा दिन होता है जब मथुरा में भक्तों को ठाकुर जी के दुर्लभ चरण दर्शन का सुख मिलता है। हर भक्त वर्ष में बस एक ही बार होने वाले ठाकुरजी के दुर्लभ चरण दर्शन करना चाहता है। इस दिन बांकेबिहारी के दर्शन पाने के लिए भक्तों की भारी भीड़ जुटती है।

भक्त कोई भी जतन करके ठाकुर जी के दर्शन का लाभ लेना चाहते हैं चाहे चिलचिलाती धूप हो या गर्मी श्रद्धालुओं को किसी चीज की परवाह नहीं होती। ऐसा ही नजारा आज उन्हें देखने को मिला लाखों की संख्या में भक्त यहां जुटे। सुबह से मंदिर परिसर में हजारों भक्तों का जमावड़ा था। इसी दौरान उन्होंने भी सुबह 9 बजे बांके बिहारी के दर्शन प्राप्त करे।

पीताम्बर में सजे दिखे ठाकुर जी
इस खास दिन पर ठाकुर जी पीताम्बर में सजे दिखायी दिये। पीत वस्त्रों से सजे ठाकुर जी की छवि मनमोहक थी। विभिन्न तरह के फूलों से भगवान का श्रृंगार किया गया। स्वर्णाभूषण के साथ ही साथ सोने की बांसुरी और पैरों में ठाकुर जी को चांदी की पाजेब पहनाई गई।

ठाकुर जी को लगा चंदन का लेप
अक्षय तृतीया के दिन यहां के सभी प्रमुख मंदिरों में ठाकुर जी को गर्मी से राहत देने के लिए चंदन का लेपन किया गया क्योंकि कहा जाता है कि आज से गर्मी प्रचंड रूप लेती है।

भोग में चढ़ा चंदन का लड्डू

वहीं बांकेबिहारी मंदिर में ठाकुर जी को सत्तू, बेसन के लड्डू और शीतल पेय पदार्थों के साथ-साथ केसरयुक्त मलयागिरि के चंदन का लड्डू का भोग भी चढ़ाया गया।

सुरक्षा व्यवस्था दिखी चाकचौबंद

ज्योतिष्याचार्य श्रुति दिवेदी ने बताया भक्तों के जन सैलाब को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई थी और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात दिखे।

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