आयुष्मान वय वंदन योजना वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक ऐतिहासिक कदम : पुरी

नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: दिल्ली सरकार ने राजधानी के 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए सोमवार को आयुष्मान ‘वय वंदना योजना’ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपने सम्बोधन में कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा ‘वय वंदना योजना’ की शुरुआत वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि यह योजना न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में एक आदर्श मॉडल है। उन्होंने गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि आज दिल्ली में एक ‘ट्रिपल इंजन सरकार’ विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ा रही है। उन्होंने पूर्ववर्ती दिल्ली सरकार पर भी सवाल उठाए, जिन्होंने आयुष्मान भारत योजना को दिल्ली में लागू नहीं किया, जिससे लाखों नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित रहना पड़ा। श्री पुरी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था को वैश्विक स्तर पर तेज़ी से आगे बढ़ने की भी प्रशंसा की और विश्वास व्यक्त किया कि वर्ष 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र बनेगा।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि आज का दिन दिल्ली और हमारे बुजुर्गों के लिए बेहद खास है। ‘वय वंदना योजना’ भी प्रधानमंत्री के ‘सबका साथ, सबका विकास’ के विजन को आगे बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। उनके इसी विजन को पूरी ताकत के साथ आगे बढ़ाते हुए आज हमारी सरकार ने 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए ‘वय वंदना योजना’ का शुभारंभ किया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि ‘आयुष्मान वय वंदना कार्ड’ को दिल्ली के 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के प्रत्येक नागरिक केवल आधार कार्ड और दिल्ली का निवासी होने का प्रमाण से ही प्राप्त कर सकते है, भले ही उनकी आय कुछ भी हो। उन्होंने आगे बताया कि इस योजना के तहत हर 70 वर्ष या उससे अधिक के वरिष्ठ नागरिकों को एक विशेष ‘वय वंदना कार्ड’ दिया जाएगा, जिसके द्वारा उनका स्वास्थ्य रिकॉर्ड, दवाओं और इलाज की जानकारी रहेगी। इस योजना के तहत किसी भी इम्पैनल्ड अस्पताल में मुफ्त स्वास्थ्य जांच, दवाइयां और इलाज प्राप्त किया जा सकेगा। साथ ही आपातकालीन स्थिति में भी बुजुर्गों को तुरंत स्वास्थ्य सुविधा सुनिश्चित की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने केवल अपने अहंकार के कारण दिल्ली के लाखों बुजुर्गों को इस महत्वकांक्षी योजना को कई वर्षों तक लागू नहीं होने दिया। आज मैं स्पष्ट कहना चाहती हूं कि अब दिल्ली अपने निर्णय स्वयं लेगी और किसी भी नागरिक का अधिकार छीना नहीं जाएगा। यह सरकार अपने बुजुर्गों के साथ खड़ी है और उनके सम्मान और अधिकारों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।