पहली बार करने जा रहे हैं योग तो इन आसनों से करें शुरुआत, जानें फायदें

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: इस भागदौड़ से भरी जिंदगी में खुद के लिए समय निकालना मुश्किल हो जाता है और हम अक्सर भूल जाते हैं कि अपने शरीर का कैसे ध्यान रखना है। इसी के चलते कई बार गंभीर बीमारियां भी लग जाती हैं। समय रहते अपनी सेहत पर ध्यान देना जरूरी होता है। सही खानपाने के अलावा हेल्दी रहने के लिए जरूरी है नियमित व्यायाम, जिसे करने से आपका स्वास्थ्य सही रहेगा। आप अगर बिगिनर हैं तो कुछ योगासनों को करने से अपने शरीर को फिट रख सकते हैं।
लोगों को योग करना बहुत मुश्किल लगता है। ज्यादातर लोग यही सोचते कि योग के लिए शरीर लचीला होना चाहिए और हर आसन शुरु से ही आना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है आप शुरु में अपने शरीर की क्षमता के अनुसार योगासन कर सकते हैं। जो आपकी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।
इन चार आसनों से करें योगासन की शुरुआत:
ताड़ासन: ताड़ासन करने के लिए सबसे पहले अपने पैरों को एक साथ रखकर सीधे खड़े हो जाएं और अपने शोल्डर को बगल में रखें और हथेलियों को आगे की ओर रखें। अपनी छाती को ऊपर उठाएं और अपने कंधों को रेस्ट दें फिर गहरी सांस लें और इसे रोककर रखें। इस आसन को करने से आपका शरीर बैलेंस रहता है और आपका पौस्चर ठीक रहता है।
बालासन: यह आसन करने के लिए आपको फर्श पर घुटने टेक कर अपनी ऐड़ियों को पीछे की और करके बैठना होगा और फिर अपनी भुजाओं को जमीन पर रखकर माथे को योग मैट पर टिकाएं और कुछ सेकंड तक रुकें। यह आसन करने से आपको कमर दर्द और घुटने के दर्द में आराम मिलता है।
वृक्षासन: यह आसन करने के लिए आप एक पैर पर खड़े हो जाएं और अपने दूसरे पैर के तलवे को जांघ के अंदरूनी हिस्से पर रखें। फिर अपने हाथों को छाती के सामने एक साथ लाएं और फिर कुछ सांसों के लिए रुकें। यह आसान आपके शरीर के संतुलन को बढ़ाता है और आपके पैरों को मजबूत रखता है।
भुजंगासन: इस आसन को करने के लिए आप सबसे पहले अपने पैरों को आगे की ओर तथा सिर को चटाई पर रखकर पेट के बल लेटें और फिर अपनी हथेलियों को पसलियों के पास रखें और अपनी कोहनियों को मोड़े। फिर हथेलियों को ज़मीन पर दबाते हुए अपनी गर्दन और पीठ को धीरे से ऊपर की ओर उठांए और फिर अपनी पीठ को अपनी क्षमता क अनुसार ही आगे बढ़ाएं।
अगर आप योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहते हैं तो धीरे-धीरे शुरुआत करें और वो आसन करें जो आपके लिए करने में आसान हो और आपको जिन्हें करने से शारीरिक कष्ट न हो।