नशा समाज के लिए घातक, युवाओं को बचाना हरियाणा की प्रगति के लिए जरूरी: डॉ. अशोक वर्मा

जींद{ गहरी खोज }: हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम और साईक्लोथॉन यात्रा के प्रभारी डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि नशा व्यक्ति, परिवार और समाज को खोखला और बर्बाद कर देता है। इसलिए, नशे जैसी सामाजिक बुराइयों को जड़ से खत्म करने के लिए सभी को आगे आकर सक्रिय रूप से योगदान देना होगा। वे हरियाणा को नशामुक्त बनाने के लिए साईक्लोथॉन यात्रा का नेतृत्व करते हुए जींद से फतेहाबाद और सिरसा की ओर जा रहे थे, और इस दौरान जाट धर्मशाला जींद में रुके थे। इस अवसर पर, लोक संपर्क विभाग हरियाणा के सेवानिवृत्त डीआईपीआरओ सुरेंद्र कुमार वर्मा कोथ ने जाट धर्मशाला में पहुंचकर डॉ. अशोक वर्मा और उनकी टीम के प्रयासों की सराहना की। पिछड़ा वर्ग सर्व समाज जींद के जिला संयोजक सुरेंद्र वर्मा, अखिल भारतीय स्वर्णकार संघ जींद के जिला युवा प्रधान राजेंद्र सोनी, जींद शहरी प्रधान अजय वर्मा, सचिव जितेश सोनी, राधेश्याम वर्मा, रविंद्र आर्य, साधुराम सोनी, सुनील, विकास, ताराचंद, सतीश रामराये, तिलकराज और सोनी समाज के अन्य प्रबुद्ध लोगों ने भी नशामुक्ति जन जागरूकता के सफल प्रयासों के लिए डॉ. अशोक वर्मा की टीम का आभार व्यक्त किया।
साईक्लोथॉन यात्रा प्रभारी डॉ. अशोक वर्मा के साथ सेवानिवृत्त पुलिस इंस्पेक्टर सहदेव हुड्डा, सेवानिवृत्त खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी जयपाल सिंह, ग्रामीण बैंक कर्मचारी पवन कुमार और अन्य सहयोगी भी शामिल थे, जो हरियाणा को नशामुक्त बनाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। डॉ. अशोक वर्मा ने बताया कि नशामुक्त और ड्रग फ्री हरियाणा का संदेश देने वाली इस साइकिल यात्रा का दूसरा चरण 5 अप्रैल को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हिसार से शुरू किया था, और यह 27 अप्रैल को सिरसा जिले के डबवाली में समाप्त होगा। उन्होंने कहा कि युवाओं और भावी पीढ़ी को नशे की लत के खतरों से बचाना हरियाणा की प्रगति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
डॉ. वर्मा ने कहा कि इस साइकिल यात्रा का उद्देश्य हरियाणा को नशामुक्त और स्वस्थ बनाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता, चरित्र निर्माण और मानवीय मूल्यों की स्थापना जैसे सामाजिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देना भी है। यात्रा के दौरान, उन्होंने अपनी साइकिल पर एक लोटा सजाया है, जिसमें नागरिक नमक डालकर नशा न करने का संकल्प ले रहे हैं। इस यात्रा को युवाओं, स्कूली बच्चों, डॉक्टरों, शिक्षकों, सामाजिक संगठनों, पंचायतों और अन्य वर्गों के लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है, और इसके उत्साहजनक परिणाम सामने आ रहे हैं। यह यात्रा हरियाणा को नशामुक्त बनाने में कारगर साबित हो रही है।