ब्रिटेन का यूक्रेन में सेना भेजने की योजना त्यागने की संभावना

मॉस्को{ गहरी खोज } : ब्रिटेन अब यूक्रेन में हजारों सैनिक भेजने के विचार को त्यागने की योजना बना रहा है क्योंकि वहां सेना को भेजने में जोखिम बहुत अधिक है। टाइम्स अखबार ने ब्रिटिश सूत्रों का हवाला देते हुए यह जानकारी दी। “इच्छुक गठबंधन” के बारे में चर्चा में शामिल एक सूत्र ने कहा, “जोखिम बहुत अधिक है और इस तरह के कार्य के लिए सेना अपर्याप्त है। यह हमेशा ब्रिटेन का विचार था। फ्रांस ही अधिक सशक्त दृष्टिकोण चाहता था।” रिपोर्ट में कहा गया है कि यूक्रेन के लिए सुरक्षा प्रतिबद्धता यूक्रेन के सशस्त्र बलों के पुनर्गठन और पुनः शस्त्रीकरण पर केंद्रित होगी।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने 27 मार्च को पेरिस में “इच्छुक गठबंधन” के शिखर सम्मेलन की मेजबानी के बाद कहा कि कई देश “निवारक बलों” के रूप में यूक्रेन में सेना भेजना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन-फ्रांस की पहल न तो यूक्रेनी सैनिकों का प्रतिस्थापन होगी और न ही शांति सेना। इसका लक्ष्य रणनीतिक स्थानों पर सैनिकों को तैनात करके रूस को रोकना होगा। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा है कि यूक्रेन में किसी भी विदेशी सैन्य उपस्थिति को रूस के लिए खतरे के रूप में देखा जाएगा और इससे प्रत्यक्ष सैन्य टकराव का खतरा है।