टीटागढ़-भेल ने शुरू की वंदे भारत स्लीपर का उत्पादन

कोलकाता{ गहरी खोज } : देश की सेमी हाई-स्पीड ट्रेन ‘वंदे भारत’ के स्लीपर संस्करण के निर्माण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड (टीआरएसएल) और भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) ने शुक्रवार को उत्तरपारा स्थित टीआरएसएल की अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधा में समर्पित उत्पादन लाइन का शुभारंभ किया।
इस उत्पादन लाइन का उद्घाटन टीआरएसएल और भेल के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में हुआ, जिनमें टीआरएसएल के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक उमेश चौधरी तथा भेल की निदेशक बानी वर्मा प्रमुख रूप से शामिल रहे।
यह परियोजना टीआरएसएल और भेल के संयुक्त उपक्रम को भारतीय रेलवे द्वारा सौंपे गए उस अनुबंध का हिस्सा है, जिसके तहत 80 वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेटों का डिज़ाइन और निर्माण किया जाना है। करीब 24 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना में 35 वर्षों का दीर्घकालिक रखरखाव भी शामिल है। यह पहल प्रधानमंत्री के ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियानों के अंतर्गत रेलवे क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर मानी जा रही है।
वंदे भारत स्लीपर संस्करण न केवल भारत की पहली लंबी दूरी की सेमी हाई-स्पीड ट्रेन होगी बल्कि यह पूरी तरह से स्वदेशी डिज़ाइन, अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं और उन्नत सुरक्षा मानकों से लैस होगी। स्मार्ट ऑनबोर्ड सिस्टम, ऊर्जा कुशल संचालन और आधुनिक कोच लेआउट के साथ यह ट्रेन देशभर के यात्रियों को इंटरसिटी यात्रा का एक नया अनुभव देने के लिए तैयार की जा रही है।
टीआरएसएल के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक उमेश चौधरी ने कहा, “यह क्षण टीटागढ़ रेल सिस्टम और भेल दोनों के लिए गर्व का है। यह परियोजना दर्शाती है कि जब सार्वजनिक और निजी क्षेत्र एक साझा विजन के साथ मिलकर काम करते हैं तो आत्मनिर्भर भारत की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति संभव है।”
उल्लेखनीय है कि उत्तरपारा स्थित यह उत्पादन सुविधा देश में एकमात्र ऐसी साइट है, जहां एक ही छत के नीचे स्टेनलेस इस्पात और एल्यूमीनियम दोनों प्रकार के कोच बनाए जा सकते हैं। वर्तमान में इसकी वार्षिक निर्माण क्षमता 300 कोच है, जिसे बढ़ाकर 850 तक ले जाने की योजना है ताकि बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके। यह सुविधा इंडस्ट्री 4.0 तकनीकों और रोबोटिक उत्पादन लाइनों से सुसज्जित है, जिससे भारत की रेल निर्माण क्षमताओं को वैश्विक मानकों के अनुरूप विस्तार मिलेगा।