कब से शुरू होगी अमरनाथ यात्रा? जानें बाबा बर्फानी के दर्शन का पूरा प्रोसेस

धर्म { गहरी खोज } : हिंदू धर्म में अमरनाथ यात्रा का बहुत ही पवित्र मानी जाती है। भगवान भोलेनाथ के भक्त इस यात्रा का काफी हर्षोल्लास के साथ इंतजार करते हैं। अमरनाथ की गुफा जम्मू और कश्मीर में 3888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह एक प्राकृतिक रूप से बनने वाली बर्फ की संरचना है, जो हिंदू धर्म में भगवान शिव के प्रतीक के रूप में मानी जाती है, कहते हैं शिवलिंग सी यह आकृती लगातार 15 दिन तक रोजाना थोड़ी-थोड़ी बढ़ती रहती है। 15 दिन में बर्फ के इस शिवलिंग की ऊंचाई 2 गज से ज्यादा हो जाती है। चंद्रमा के घटने के साथ ही शिवलिंग का आकार भी घटने लगता है और चांद के लुप्त होते ही शिवलिंग भी अंतर्ध्यान हो जाता है। 15वीं शताब्दी में एक मुसलमान गड़रिये ने इस गुफा की खोज की थी।
कब शुरु होगी अमरनाथ यात्रा?
साल 2025 में अमरनाथ यात्रा की शुरुआत 3 जुलाई से होगी, जिसका समापन 9 अगस्त को होगा। इस पवित्र यात्रा के लिए 41 अप्रैल से ऑनलाइन मोड के माध्यम से रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं। जिसके लिए तीर्थयात्री श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट के माध्यम से ऑफलाइन और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के पूरे भारत में 540 से ज्यादा बैंक ब्रांच है जहां आप रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का प्रोसेस
- श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं और ऑनलाइन सर्विसेज पर क्लिक करें।
- यात्रा मेन्यू में यात्रा रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करें फिर सभी निर्देशों को ध्यान से पढ़ें।शर्तों से सहमत हों, और पंजीकरण के लिए आगे बढ़ें।
- अपनी निजी जानकारी जैसे नाम, आधार नंबर, मोबाइल नंबर और अपनी यात्रा की तारीख लिखें। अपनी एक पासपोर्ट साइज फोटो और हेल्थ सर्टिफिकेट की स्कैन कॉपी अपलोड करें।
- रजिस्टर्ड नंबर पर आए ओटीपी को बताकर अपना मोबाइल वेरीफाई करवाएं। फिर, 220 रुपये की रजिस्ट्रेशन फीस भरें।
- पेमेंट हो जाने के बाद आप पोर्टल से अपना यात्रा रजिस्ट्रेशन पर्मिट डाउनलोड कर सकते हैं।
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन का प्रोसेस
अमरनाथ यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्टर करना चाहते हैं तो वो रजिस्ट्रेशन सेंटर या फिर बैंक ब्रांच पर जा सकते हैं। आमतौर पर यात्रा के चुने गए दिन से तीन दिन पहले वैष्णवी धाम, पंचायत भवन और महाजन हॉल जैसे स्थानों पर टोकन पर्चियां बांटी जाती हैं। तीर्थयात्री अगले दिन ऑफिशियल रजिस्ट्रेशन और मेडिकल जांच के लिए सरस्वती धाम जाएं। तीर्थयात्रियों को जम्मू में विशिष्ट स्थानों से अपने आरएफआईडी (RFID) कार्ड लेने होंगे।
आवश्यक दस्तावेज
- मैडिकल सर्टिफिकेट- अधिकृत चिकित्सा संस्थानों से वैध सी।एच।सी।
- यात्रा परमिट- यात्रा रजिस्ट्रेशन के बाद जारी किया जाएगा
- आरएफआईडी कार्ड- यात्रा के लिए आपके पास आरएफआईडी कार्ड जरूर होना चाहिए। यह सुरक्षा उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है।
- आधार कार्ड, 6 पासपोर्ट साइज फोटो और अधिकारिक जानकारी के लिए मोबाइल नंबर।