डीएस ग्रुप का अगले पांच साल में 20 हजार करोड़ राजस्व का लक्ष्य

नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: एफएमसीजी समूह और बहुव्यवसायी कॉर्पोरेशन धर्मपाल सत्यपाल ग्रुप (डीएस ग्रुप) ने वित्त वर्ष 2024-25 में 10 हजार करोड़ रुपए का के राजस्व हासिल करते हुए अगले चार से पांच वर्षों में इसको दोगुना करने का लक्ष्य तय किया है।
कंपनी ने बुधवार को यहां जारी बयान में कहा कि 10 हजार करोड़ रुपए के राजस्व के साथ ही यह भारत की शीर्ष 15 एफएमसीजी कंपनियों में शामिल हो गया है। इस उपलब्धि में सबसे बड़ा योगदान खाद्य एवं पेय सेगमेंट का रहा, जो कुल राजस्व का 42 प्रतिशत है। इसके बाद माउथ फ्रेशनर सेगमेंट 38 प्रतिशत, हॉस्पिटैलिटी 3 प्रतिशत और अन्य व्यवसायों का संयुक्त योगदान रहा, जिसमें तंबाकू सेगमेंट का हिस्सा 10 प्रतिशत से भी कम है। पिछले तीन वर्षों में डीएस ग्रुप ने 16प्रतिशत की वार्षिक दर से सतत विकास किया है।
डीएस ग्रुप के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने यह घोषणा करते हुए कहा, “10,000 करोड़ रुपए का आंकड़ा पार करना सिर्फ एक वित्तीय उपलब्धि नहीं, बल्कि भारत के विकास में हमारी अहम भूमिका का प्रतीक है। विविध उत्पाद पोर्टफोलियो, गुणवत्ता व नवाचार के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और देश के सबसे बड़े वितरण नेटवर्क में से एक ने हमें एफएमसीजी क्षेत्र में अग्रणी बनाया है।”
उन्होंने कहा ” हम अपने शताब्दी वर्ष तक 20,000 करोड़ रुपए के लक्ष्य को हासिल करने का संकल्प रखते हैं। साथ ही, नवाचार, वितरण विस्तार और वैश्विक बाज़ार में पहुंच के माध्यम से भारत के एफएमसीजी क्षेत्र को और मजबूत करने का हमारा उद्देश्य है। हम मानते हैं कि जब परोपकार और सी एस आर को व्यवसाय का अभिन्न हिस्सा बनाया जाए, तो यह ‘लोग, लाभ और पर्यावरण’ तीनों पर सकारात्मक असर डालता है। पर्यावरणीय दायित्व के तहत, हम कार्बन और जल-तटस्थता, ग्रीन मैन्युफैक्चरिंग और ई एस जी फ्रेमवर्क को सशक्त बना रहे हैं।”
डीएस ग्रुप वर्ष 2000 से हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में सक्रिय है। वर्तमान में इसके पोर्टफोलियो में छह प्रतिष्ठित संपत्तियां शामिल हैं। समूह अगले कुछ वर्षों में इस क्षेत्र में लगभग 1000 करोड़ रुपए का निवेश करने की योजना बना रहा है और 10-12 नई होटलों को खोलने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके अलावा, डीएस ग्रुप कृषि, लक्ज़री रिटेल (खाद्य एवं फैशन) और अन्य विविध निवेश क्षेत्रों में भी सक्रिय है।