श्रीनगर से हवाई किरायों में वृद्धि पर नागर विमानन मंत्रालय सख्ती का असर दिखा

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नयी दिल्ली{ गहरी खोज } : जम्मू कश्मीर में पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद पर्यटकों के एकाएक वापस लौटने की कवायद के बीच श्रीनगर से विभिन्न शहरों के लिए उड़ानों के किरायों में अत्यधिक वृद्धि होने और हवाईअड्डे पर भीड़ जमा होने के बीच नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सभी एयरलाइनों को निर्देश दिया है कि वे श्रीनगर से उड़ानों की संख्या बढ़ाएं और किरायों को सामान्य स्तर पर बनाये रखने के साथ रद्दीकरण और पुनर्निर्धारण शुल्क माफ करने की दिशा में समुचित कदम उठायें।
नागर विमानन मंत्रालय की सख्ती का असर दोपहर बाद दिखायी दिया। सुबह श्रीनगर से जो हवाई किराये 65 हजार तक जा पहुंचे थे। वे दोपहर बाद 14 हजार तक आ गये। इसके अलावा विभिन्न एयरलाइंसों ने अतिरिक्त उड़ानों की घोषणा की है।
इससे पहले नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बताया था कि केंद्रीय नागर विमानन मंत्री राममोहन नायडू ने स्वयं मोर्चा संभाला हुआ है और व्यक्तिगत रूप से गृह मंत्री अमित शाह से बात की और संबंधित अधिकारियों के साथ निकट समन्वय बनाए रखते हुए स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं। तत्काल राहत उपायों के रूप में, श्रीनगर से चार विशेष उड़ानें- दो दिल्ली और दो मुंबई के लिए व्यवस्था की गई है, साथ ही इसके बाद की निकासी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अतिरिक्त उड़ानों को तैयार रखा गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री नायडू ने सभी एयरलाइन ऑपरेटरों के साथ एक तत्काल बैठक बुलायी है और उन्हें किरायों में बढ़ोतरी के खिलाफ सख्त निर्देश जारी करते हुए एयरलाइनों को नियमित किराया स्तर बनाए रखने को कहा गया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस संवेदनशील समय के दौरान किसी भी यात्री पर बोझ न पड़े।इसके अलावा नागरिक उड्डयन मंत्री ने सभी एयरलाइनों को निर्देश दिया है कि वे राज्य सरकारों और स्थानीय प्राधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए, मृतक व्यक्तियों के पार्थिव शरीर को उनके गृह राज्यों तक पहुंचाने में पूर्ण सहयोग प्रदान करें।
इसबीच नागर विमानन महानिदेशालय ने एक परिपत्र जारी किया है जिसमें श्रीनगर से देश के अन्य शहरों तक कनेक्टिविटी के मुद्दे पर आवश्यक दिशानिर्देश जारी किये गये हैं। परिपत्र में कहा गया है, “पहलगाम में हुई घटना के बाद, अपने घर लौटने के इच्छुक पर्यटकों की ओर से अप्रत्याशित मांग की गई है। इस संबंध में, एयरलाइनों को सलाह दी जाती है कि वे बढ़ती मांग के जवाब में उड़ानों की संख्या बढ़ाने के लिए त्वरित कार्रवाई करें और साथ ही श्रीनगर से भारत भर के विभिन्न गंतव्यों तक निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित करें, जिससे फंसे हुए पर्यटकों को निकालने में सुविधा हो।”
परिपत्र में कहा गया कि एयरलाइनों से यह भी अनुरोध किया जाता है कि वे रद्दीकरण और पुनर्निर्धारण शुल्क माफ करने पर विचार करें और इस कठिन समय के दौरान अप्रत्याशित परिस्थितियों और चुनौतियों का सामना करने वाले पर्यटकों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करें।
नागर विमानन मंत्रालय ने कहा कि मंत्रालय पूरी तरह सतर्क है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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