खुद के अपहरण की झूठी कहानी रचकर भाई व बहन से मांगी 10 लाख की फिरौती

नयी दिल्ली { गहरी खोज } : दिल्ली में एक हैल्थ इंश्योरैंस कंपनी सेल्स मैनेजर के पद पर काम करने वाले शुभम उपाध्याय ने खुद के अपहरण की झूठी कहानी रची और अपने भाई व बहन से फिरौती के रूप में 10 लाख रुपए की मांग कर दी। मामले का खुलासा तब हुआ जब शुभम उपध्याय के भाई ने उसके अगवा होने की शिकायत पुलिस को दर्ज करवाई। पुलिस ने बुधवार को थाना मोती नगर में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ पर्चा दर्ज किया और उसकी तहकीकात शुरू की। तहकीकात में पता चला कि शुभम ने अपने अपहरण की झूठी कहानी रची थी क्योंकि उस पर काफी कर्ज है और वह इस राशि को लेकर कर्ज उतारना चाहता था।
डीसीपी रूपिंदर सिंह अरविंदर उपाध्याय ने सूचना दी कि उसका भाई शुभम उपाध्याय एक हैल्थ इंश्यारैंस कंपनी में दिल्ली में बतौर सेल्स मैनेजर काम करता है। वह 12-13 अप्रैल की मध्य रात्रि में दो बजे अपनी पत्नी व पूरे परिवार को मिलने लुधियाना आया। परिवार को मिलने के बाद 13 अप्रैल को रात आठ बजे दिल्ली वापस चले गया लेकिन वह दिल्ली अपने घर नहीं पहुंचा। पुलिस ने अरविंद उपाध्याय की शिकायत पर बुधवार को थाना मोती नगर में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ उसे अगवा करने का मामला दर्ज किया। एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की तो केस की सच्चई सामने आई। जांच में यह बात सामने आई कि शुभम उपाध्याय ने लोगों का काफी पैसा देना है, जिसके लिए उसने अपनी बहन व भाई को बार-बार फोन करके व मैसेज करके अपने किडनैप होने की बात कही।
उसने अपनी रिहायी के लिए 10 लाख रुपए फिरौती देने की बात की। डीसीपी रूपिंदर सिंह ने बताया कि शुभम उपाध्याय ने अपनी बहन, भाई व अन्य रिश्तेदारों से पैसे लेने के लिए अपहरण की मनगढ़ंत कहानी बनाई। उन्होंने बताया कि पुलिस पार्टी ने आरोपी को गिरफ्तार करके पूर्व में हुई एफआईआर में उसका नाम जोड़ दिया और उस पर पुलिस व परिवार को गुमराह करने की धाराएं भी लगा दी हैं। डीसीपी रूपिंदर सिंह ने बताया कि आरोपी से पूछताछ चल रही है और अभी और खुलासे होने की उम्मीद है।