कश्मीर के साथ पाकिस्तान का एकमात्र संबंध अवैध कब्जे वाले स्थान को खाली करना: भारत

नयी दिल्ली{ गहरी खोज } : पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर ने एक बार फिर कश्मीर को लेकर बयान दिया है, जिसे भारत ने सख्ती से नकारा। मुनीर ने कहा था कि कश्मीर पाकिस्तान के लिए गले की नस की तरह है और यह हमेशा पाकिस्तान का रहेगा। इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ को जवाब देते हुए कहा, “जो चीज दूसरे देश की है, वह किसी के लिए गले की नस कैसे हो सकती है?” उन्होंने कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और पाकिस्तान को पाकिस्तान-ऑक्यूपाइड कश्मीर (पीओके) से अपना अवैध कब्जा हटाना चाहिए। पाकिस्तान के आर्मी चीफ ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि पाकिस्तान कश्मीर को कभी नहीं भूल सकता और वह वहां के लोगों को समर्थन देता रहेगा।
विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान आतंकवाद का केंद्र है। प्रवक्ता ने यह भी कहा कि पाकिस्तान आज भी 26/11 मुंबई हमलों के दोषियों को शरण दे रहा है। तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण इसका ताजा उदाहरण है। विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा कि वह 26/11 के बाकी दोषियों को सजा दिलाने में आगे नहीं आ रहा है, जो बेहद शर्मनाक है।
पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर ने एक कार्यक्रम में कहा कि पाकिस्तान और भारत के बीच फर्क सिर्फ सीमा तक नहीं है, बल्कि उनके रीति-रिवाज, धर्म और सोच भी पूरी तरह अलग हैं। मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान के संस्थापक नेताओं ने यह विचार किया था कि पाकिस्तान हिंदुओं से अलग है और यही वजह है कि पाकिस्तान और भारत दो अलग राष्ट्र हैं, एक नहीं। उन्होंने कहा, “हमने इस देश को बनाने के लिए बहुत बलिदान दिए हैं, और हमें पता है कि इसे बनाने में कितने संघर्षों का सामना करना पड़ा।” मुनीर ने पाकिस्तान की अस्मिता को लेकर जोर दिया और बताया कि यह देश अपने इतिहास और संघर्षों के प्रति गर्वित है।
मुनीर ने भारत का नाम लिए बिना यह भी कहा कि पाकिस्तान के दुश्मन यह सोचते हैं कि कुछ आतंकवादी पाकिस्तान की किस्मत बदल सकते हैं। उन्होंने भारत की सेना की ताकत पर भी सवाल उठाते हुए कहा, “क्या आप सच में सोचते हैं कि 1.3 मिलियन सैनिकों वाली मजबूत भारतीय सेना, अपनी सारी ताकत के साथ, हमें डरा नहीं सकती। अगर वे हमें नहीं हरा सकते, तो क्या आप सोचते हैं कि ये आतंकवादी पाकिस्तान की सेना को दबा सकते हैं?”