मुर्शिदाबाद और बांग्लादेश पर विपक्ष के मौन ने इन्हें चौराहे पर नंगा किया : सीएम योगी

लखनऊ{ गहरी खोज } : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को एक प्रमुख मीडिया समूह द्वारा आयोजित ‘उ.प्र.: एक स्वर्णिम शताब्दी की ओर’ कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला। सीएम योगी ने अपनी सरकार में हुए राज्य के विकास, बुनियादी ढांचे और माफिया मुक्त शासन की उपलब्धियां गिनाईं। मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि मुर्शिदाबाद और बांग्लादेश की घटनाओं पर इनकी चुप्पी ने इन्हें चौराहे पर नंगा खड़ा कर दिया है। मुख्यमंत्री ने पिछली सरकारों पर प्रदेश में भ्रष्टाचार, जातिवाद और माफियावाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने योजनाओं में घोटाले कर लंदन में होटल बनाए, वही लोग प्रदेश को लूटने और जातियों में बांटने के लिए जिम्मेदार हैं। मुर्शिदाबाद की घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने विपक्ष की चुप्पी पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि ये लोग, जिन्होंने भ्रष्टाचार, जातिवाद, माफियावाद और परिवारवाद से अपना साम्राज्य खड़ा किया, वही लोग अब मुर्शिदाबाद जैसे मामलों पर मौन हैं। बांग्लादेश की घटनाओं पर इनकी चुप्पी ने इन्हें चौराहे पर नंगा खड़ा कर दिया है।
सीएम योगी ने कहा कि उनकी सरकार ने यूपी को दंगा और माफिया मुक्त बनाया है। पहले हर जिले में माफिया पूरी व्यवस्था को नियंत्रित करते थे, ठेके लेते थे, दंगे करवाते थे और महिलाओं व व्यापारियों को परेशान करते थे। लोग त्योहारों पर सशंकित रहते थे। अब यूपी में त्योहार शांतिपूर्ण और भव्यता के साथ मनाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि जो हाल आज मुर्शिदाबाद का है वही कभी यूपी में मुजफ्फरनगर, बरेली, अलीगढ़ और लखनऊ जैसे शहर के हुआ करते थे। मुख्यमंत्री ने पूर्वी यूपी में इंसेफलाइटिस जैसी घातक बीमारी के उन्मूलन को अपनी सरकार की बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि 40 वर्षों में इस बीमारी से 50,000 बच्चों की मौत हुई, इनमें से ज्यादातर बच्चे अल्पसंख्यक समाज के होते थे, लेकिन किसी नेता के आंसू नहीं बहे। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने कभी इंसेफलाइटिस बीमारी पर ध्यान नहीं दिया क्योंकि बच्चे वोट बैंक नहीं होते। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले वन डिस्ट्रक्ट वन माफिया होते थे, आज वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज हैं और प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हुई हैं।
सीएम योगी ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उदाहरण देते हुए बताया कि 2016 में बिना किसी तैयारी के इसका शिलान्यास कर दिया गया। तब 15,200 करोड़ रुपये का यह प्रोजेक्ट अनियमितताओं से भरा था। सीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने इसे रद्द कर दोबारा से प्रोजेक्ट को डिजाइन किया और पूरी परियोजना को केवल 11,800 करोड़ रुपये में पूरा किया, जिससे जनता के पैसे की लूट रोकी गई। योगी ने कहा कि यह वही पैसा है, जिसे लूटकर इंग्लैंड में इनके होटल बनते हैं।