फरक्का एक्सप्रेस से 27 कछुए और सिलचर स्टेशन से 1350 मेंढक बरामद

दानापुर{ गहरी खोज } : रेलवे सुरक्षा बल ने वन्यजीव तस्करी के विरुद्ध दो महत्वपूर्ण अभियानों को अंजाम देते हुए अपनी सजगता और तत्परता का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है। पहली कार्रवाई फरक्का एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 15734) में की गई, जहां आरपीएफ को दानापुर सिक्योरिटी कंट्रोल से सूचना मिली थी कि ट्रेन में कुछ संदिग्ध यात्री तस्करी में शामिल हो सकते हैं। सूचना के आधार पर जब ट्रेन आरा स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर पहुंची, तो आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए कोच संख्या S-2 के शौचालय के पास खड़े तीन पुरुष और एक महिला को जांच के लिए रोका।
जांच में उनके पास मौजूद बैगों से कुल 27 जिंदा कछुए बरामद किए गए। कछुओं को बैग और झोलों में छिपाकर तस्करी के उद्देश्य से ले जाया जा रहा था। जीआरपी आरा ने सभी कछुओं को जब्त कर, संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 समेत भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की।
इसी प्रकार, दूसरी बड़ी कार्रवाई सिलचर रेलवे स्टेशन पर की गई, जहां आरपीएफ ने प्लेटफॉर्म नंबर 1 के पास पड़े तीन लावारिस बैग बरामद किए। जांच के दौरान हर बैग से लगभग 450 जिंदा मेंढक पाए गए, जिनकी कुल संख्या 1350 थी। आरपीएफ ने तत्काल बराक वैली वाइल्डलाइफ डिवीजन के डीएफओ को सूचित कर सभी मेंढकों को उनके सुपुर्द कर दिया। इन दोनों अभियानों से यह स्पष्ट है कि रेलवे सुरक्षा बल न केवल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहा है, बल्कि वन्यजीव संरक्षण में भी अहम भूमिका निभा रहा है।