पंजाब विजिलेंस ब्यूरो का बड़ा एक्शन: काहनूवान अनाज मंडी सुपरवाइजर 7,000 रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार

अमृतसर{ गहरी खोज } : राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई की। जिसके तहत विजिलेंस ब्यूरो ने गुरदासपुर जिले के काहनूवान स्थित मार्केट कमेटी में तैनात मंडी सुपरवाइज़र रशपाल सिंह को 7,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
जानकारी के अनुसार, काहनूवान अनाज मंडी में मैसर्स न्यू लाधुपुर कमीशन एजेंट के मालिक ने गेहूं की खरीद के लिए अपना लाइसेंस रिन्यू करवाने और सचिव, मार्केट कमेटी, काहनूवान द्वारा लगाए गए जुर्माने का निपटारा करवाने के लिए मंडी सुपरवाइजर ने 8,000 रुपए की मांग की। जिस पर 7,000 रुपए में बातचीत हुई।
शिकायतकर्ता गुरमीत सिंह ने बताया कि वह काहनूवान अनाज मंडी में मैसर्स न्यू लाधुपुर कमीशन एजेंट का मालिक है। इसके अलावा, मैसर्स जसदीप कमीशन एजेंट उसकी माता श्रीमती तरसम कौर के नाम पर काहनूवान मंडी में ही रजिस्टर्ड है। इस फर्म का कारोबार भी वह खुद देखता है।
शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि सचिव, मार्केट कमेटी, काहनूवान द्वारा जारी पत्र संख्या पी.एम.बी./22/212/09881/1/000719 के तहत 16-12-2024 को उसकी फर्म मैसर्स न्यू लाधुपुर कमीशन एजेंट पर धोखाधड़ी से 18,610/- रुपए का जुर्माना लगाया गया है। यह झूठी कहानी गढ़ी गई है कि वह किसान है और उसने मार्केट कमेटी को सूचित नहीं किया।
इस झूठे जुर्माने के संबंध में शिकायतकर्ता ने कई बार मार्केट कमेटी कार्यालय से संपर्क किया, लेकिन उसे कोई न्याय नहीं मिला। इसके अतिरिक्त, उसकी माता के नाम पर स्थापित फर्म मैसर्स जसदीप कमीशन एजेंट का लाइसेंस नंबर भी समाप्त हो चुका है। गेहूं के सीजन के आगमन के कारण, उसने 15-04-2025 को काहनूवान में तैनात रछपाल सिंह, मंडी सुपरवाइजर, मार्केट कमेटी से मुलाकात की ताकि वह मैसर्स जसदीप कमीशन एजेंट का लाइसेंस नवीनीकरण और जुर्माने का निपटारा कर सके। रछपाल सिंह ने लाइसेंस नवीनीकरण और सचिव, मार्केट कमेटी, काहनूवान द्वारा लगाए गए जुर्माने के निपटारे के लिए 8,000 रुपए की मांग की, जिस पर बातचीत के बाद 7,000 रुपए पर सहमति बनी।
शिकायतकर्ता ने जानकारी दी कि हर सीजन से पहले जानबूझकर नकली जुर्माना नोटिस जारी किए जाते हैं और वह रिश्वत देकर अपना लाइसेंस नवीनीकरण नहीं कराना चाहता था। इस कारण, शिकायतकर्ता 16.04.2025 को विजिलेंस ब्यूरो यूनिट गुरदासपुर के कार्यालय में गया, जहां उसने 7,000 रुपये पेश किए और अपना बयान दर्ज कराया। इसके बाद, इस मामले में रशपाल सिंह, मंडी सुपरवाइजर, मार्केट कमेटी, काहनूवान के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। जांच अधिकारी ने सरकारी गवाहों की उपस्थिति में रशपाल सिंह को 7,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इस मामले की जांच की जा रही है। अपराध की कार्यप्रणाली और अपराध में शामिल अन्य सह-आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। आरोपी मंडी सुपरवाइजर को कल सक्षम न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा।