नेशनल हेराल्ड से पहले अंग्रेज चिढ़ते थे, अब संघी : खेड़ा

नयी दिल्ली{ गहरी खोज } : कांग्रेस ने कहा है कि नेशनल हेराल्ड से आजादी से पहले अंग्रेज चिढ़ते थे और आज इसी अखबार से संघ के लोग चिढ़ रहे हैं।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने बुधवार को यहां जारी बयान में कहा, “जिस नेशनल हेराल्ड, गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी से 1947 से पहले अंग्रेज चिढ़ते थे, आज 2025 में संघी चिढ़ते हैं। गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी तब भी मज़लूमों की आवाज़ थी और आज भी है।”
उन्होंने कहा, “जिस नॉट फॉर प्रॉफिट कंपनी में एक रुपए का भी लेन देन नहीं हुआ, कोई प्रॉपर्टी हस्तांतरित नहीं की गई, उस पर मनी लॉन्डरिंग का केस करना मोदी का डर दिखाता है। नेशनल हेराल्ड से जुड़े इस केस में कुछ भी नहीं है।”
इस बीच पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक चैनल से कहा, “ये अखबार पंडित नेहरू जी ने 1937 में शुरू किया था, जो आजादी के बाद से आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। कांग्रेस पार्टी ने इसे कर्ज देकर चलाया। आजादी के इस प्रतीक को चलाए रखने की हर संभव कोशिश की गई। अब मोदी सरकार का कहना है कि कर्ज लेकर इसे चलाना गलत है। सच्चाई ये है कि भाजपा सिर्फ विपक्ष को डराना चाहती है, कानून के खिलाफ जाकर काम कर रही है और यह ठीक नहीं है। हम भाजपा की इस साजिश को गलत साबित करके रहेंगे। नेशनल हेराल्ड से जुड़े इस केस में कुछ भी नहीं है। कांग्रेस ने उसे फिर चलाने की कोशिश की, इसमें भ्रष्टाचार कहां है।”
उन्होंने कहा, “नेहरू जी ने तो देश के लिए तीन अखबार निकाले थे- नेशनल हेराल्ड, नवजीवन और कौमी आवाज।
वहीं, भाजपा-आरएसएस की बात करें तो आज हर जगह उनके बड़े-बड़े कार्यालय मिलेंगे। उनके पास इतना पैसा कहां से आ गया।”