क्या आपकी भी चल रही है शनि महादशा… शनि देव कैसे करते हैं 2800 दिनों का बंटवारा?

धर्म { गहरी खोज }: कहा जाता है कि शनि देव केवल उन्हीं को दंड देते हैं जो अधर्म के मार्ग पर होते हैं। जो सच्चे, परिश्रमी और धर्मयुक्त जीवन जीते हैं, उनके लिए शनि “कर्म संरक्षक” की भूमिका निभाते हैं। शनि की महादशा आने का ये समय हमें जीवन की गहराई से जुड़ने और भटकाव से बचने का मौका देता है। शनि का प्रभाव जीवन में काफी उतार-चढ़ाव लेकर आता है।
कुछ लोगों के जीवन को अर्श से फर्श तक पहुंचाने में भी शनि की अहम भूमिका होती है। ऐसे में ये जानना जरूरी हो जाता है कि शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव कब, कैसे और कितने दिन तक रहता है। इसकी गिनती और इसके प्रभावों के बारे मेंज्योतिषाचार्य राकेश मोहन गौतम ने टीवी9 से बातचीत में विस्तार से बताया।
शास्त्रों के अनुसार शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव
पाराशर जी जो ज्योतिष के जनक कहलाते हैं, उनके अनुसार शनि के प्रभाव जातक की साढ़ेसाती की दशा में दिनों के हिसाब से प्रभाव दिखाते हैं।
पहले 100 दिन : पराशर जी के अनुसार शनि की साढ़ेसाती के पहले 100 दिन शनि बीमारी देते हैं। आपकी वाणी को खराब कर देते हैं।
अगले 400 दिन : शनि की साढ़ेसाती के 100 दिनों बाद के 400 दिनों में दाहिने हाथ पर असर ज्यादा होगा और लाभ भी ज्यादा हो सकता है।
फिर 600 दिन: फिर 600 दिनों तक पैरों पर असर होगा। यानी यात्रा ज्यादा होगी, धन हानि होगी।
उसके बाद के 400 दिन: इन दिनों में बाएं हाथ पर प्रभाव आएगा, निर्धनता आने लगेगी, जैसे तनख्वाह में कटौती होगी, हानि की संभावना अधिक हो जाएगी।
अगले 500 दिन: इन दिनों में लाभ तो हो सकता है लेकिन पेट में अल्सर की संभावना या पेट से संबंधित परेशानियां हो सकती हैं।
उसके आगे के 300 दिन: ये 300 दिन आपके सिर में असर होने लगेगा, कभी ना बनने वाले काम जैसे विवाह, संतान, मकान खरीद, मकान निर्माण हो सकता है।
इसके बाद के 300 दिन: इन दिनों में दोनों आंखों में परेशानी हो सकती है, मरने जैसा कष्ट हो सकता है।
आखिर के 200 दिन: गुर्दे में समस्या हो सकती है और कष्ट बहुत ज्यादा बढ़ सकते हैं।
इस प्रकार लगभग 2800 दिन के शनि के साढ़ेसाती के प्रभाव क्या होंगे, यह पाराशर जी ने बताया है लेकिन जातक एक बात अवश्य ध्यान रखें कि ज्योतिष का विश्लेषण परिस्थितियों के अनुरूप ही किया जाना चाहिए। शनि की साढ़ेसाती के बारे में ऊपर चर्चा में बताया गया है कि आंख बंद करके यह कहना गलत है कि हमेशा शनि की साढ़ेसाती सिर्फ अशुभ फल देगी।
शनि की साढ़े साती के लाभ:
पुराने कर्मों का परिशोधन
अनुशासन और आत्मविश्वास
आध्यात्मिक उन्नति
संयम और धैर्य की प्राप्ति
शनि की साढ़ेसाती आने पर क्या करें?
“ॐ शं शनैश्चराय नमः” का जप करें।
शनिवार को तेल का दान, गरीबों को भोजन दें।
अपने कर्मों में निष्ठा और सच्चाई बनाए रखें।
भगवान हनुमान जी की उपासना करें क्योंकि हनुमान भक्तों से शनि भयभीत रहते हैं।