’19 परिवार अपने घर लौट आए’, मुर्शिदाबाद हिंसा पर बोले बंगाल के एडीजी-सुधर रहे हालात

मुर्शिदाबाद{ गहरी खोज } : पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में संशोधित वक्फ अधिनियम के खिलाफ शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन हुआ जोकि देखते ही देखते उग्र हो गया। विरोध प्रदर्शन के बाद हिंसा भड़क उठी। इसी के बाद अब हालातों को काबू करने का प्रयास किया जा रहा है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने सोमवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं, दुकानें फिर से खुल रही हैं और विस्थापित परिवार वापस लौटने लगे हैं।
अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) जावेद शमीम ने एक बार फिर सामान्य हो रहे हालातों की जानकारी दी। उन्होंने कहा, प्रभावित क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बहाल करने की कोशिश की जा रही है। दुकानें खुलनी शुरू हो गई हैं और लोग अपने घरों की तरफ वापस लौट रहे हैं।
एडीजी ने कहा, अब तक 19 परिवार अपने घरों की ओर वापस लौट चुके हैं। मालदा और मुर्शिदाबाद दोनों जिला प्रशासन उन लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। एडीजी ने आगे कहा, आशांति फैलाने और हिंसा भड़काने के लिए अब तक 210 गिरफ्तारियां की गई हैं। साथ ही उन्होंने लोगों से अफवाहों पर भरोसा न करने की अपील की। उन्होंने कहा, मैं लोगों से अफवाहों पर विश्वास न करने और जानकारी को वेरिफाई करने का आग्रह करता हूं। अगर हमें शांति बनाए रखनी है तो अफवाह फैलाना बंद करना होगा।
पश्चिम बंगाल में वक्फ संशोधन बिल को लेकर हुए प्रदर्शन के चलते हालात काफी तनाव पूर्ण हो गए थे। हिंसा इस हद कर भड़की की इस में तीन लोगों की मौत हो गई। साथ ही कई लोग घायल भी हुए। मुर्शिदाबाद के सुती, धुलियान, समसेरगंज और जंगीपुर इलाकों में शुक्रवार को हालात गंभीर हो गए।
एडीजी ने एक पिता और पुत्र की निर्मम हत्या का जिक्र करते हुए कहा, एक अलग मामला दर्ज किया जाएगा और इस हत्या में शामिल सभी व्यक्तियों, अपराधियों और दर्शकों दोनों को जवाबदेह ठहराया जाएगा। साथ ही अपराधियों को सख्त सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा, आरोपियों की सटीक पहचान करने में समय लगेगा, लेकिन किसी को बख्शा नहीं जाएगा।