शिरोमणि अकाली दल पर बना रहेगा सुखबीर सिंह बादल का कंट्रोल, फिर चुने गए पार्टी अध्यक्ष

अमृतसर{ गहरी खोज } : पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री और तीन बार सांसद रह चुके सुखबीर सिंह बादल शनिवार को एक बार फिर शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष चुने गए। पंजाब की 117 विधानसभा सीटों से निर्वाचित पार्टी डेलिगेट्स ने अमृतसर में सर्वसम्मति से उन्हें पार्टी प्रमुख बनाने का फैसला किया है। सुखबीर सिंह बादल को पिछले साल श्री अकाल तख्त साहिब से तनखैया घोषित किए जाने के बाद पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
शिरोमणि अकाली दल पर साल साल 1996 से बादल परिवार का कंट्रोल बना हुआ है। वहीं, अब फिर से पार्टी का नेतृत्व सुखबीर सिंह बादल को मिल गया है। पिछले साल सुखबीर सिंह बादल के हटने का बाद बलविंदर सिंह भुंडर को पार्टी अध्यक्ष बनाया गया था। वहीं, अध्यक्ष चुने जाने के बाद सुखबीर सिंह बादल ने कहा, ‘हमारा लक्ष्य पंजाब के हितों की रक्षा करना और शिअद को और मजबूत करना है।’साथ ही सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं का आभार भी जताया।
सुखबीर बादल ने पिछले साल 16 नवंबर को पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। अकाल तख्त जत्थेदार ने सुखबीर बादल और कुछ अन्य अकाली नेताओं को तनखाहिया घोषित किया था। जिसके बाद उन्हें हरिमन्दिर साहिब में दीवान बनकर इसकी सजा भुगतनी पड़ी थी। इस दौरान ये भी कहा गया कि कोई भी सिख अपने “प्रायश्चित” तक तनखैया घोषित किए गए व्यक्ति के साथ संबंध नहीं रख सकता है।
शिरोमणि अकाली दल अब अपने संगठन को नए सिरे से मजबूत करने में जुटा है। पहले सदस्यता अभियान चलाकर सर्वसम्मति से अध्यक्ष का चुनाव कराया गया। वहीं, अब पूरे राज्य में नए सिरे से सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। दरअसल, अकाली नेताओं को तनखाहिया घोषित करने के बाद अकाल तख्त ने सदस्यता अभियान चलाने के लिए सात सदस्यीय कमेटी बनाई थी।