चीन के इस शहर के क्यों फैन हुए आनंद महिंद्रा? कभी हुआ करता था गांव

नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: भारत विकास की राह तय कर रहा है। जब हम कामयाबी की कामना करते हैं और आगे बढ़ना चाहते हैं तो हम अपने पास के कामयाब लोगों की तरफ देखते हैं, कुछ सफल लोगों से सीख लेते हैं। इसी तर्ज पर भारत के एक बिजनेसमेन ने अब चीन के शहर की तरफ ध्यान आकर्षण किया है। महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने भारत को चीन के एक शहर का उदाहरण दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, अब समय आ गया है कि भारत में भी शेन्जेन के जैसा एक शहर बनाया जाए।
इस शहर का नाम सुनते ही आपके दिमाग में आया होगा कि यह शेन्जेन शहर क्या है, वहां ऐसा क्या खास है कि वहां के जैसे शहर भारत में भी बनाने की कामना की जा रही है। चलिए शेन्जेन की कामयाबी की कहानी पढ़ते हैं और देखते हैं कि मछली पकड़ने वाला एक गांव कैसे टेक्नोलॉजी और इनोवेशन का ग्लोबल हब बन गया।
चीन में शेन्जेन चीन के सबसे प्रमुख एक्सपोर्ट पावरहाउस में से एक के रूप में उभरा है। इस शहर को चीन के इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र का हब कहना गलत नहीं होगा। अक्सर इसको चीन की सिलिकॉन वैली” कहा जाता है। सरकार की नीतियों ने इसे टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के ग्लोबल हब के तौर पर बदल दिया है। इस शहर में हार्डवेयर के डेवलपमेंट के लिए दुनिया का सबसे तेज और बेहतरीन इकोसिस्टम है। इसी कामयाबी के लिए इस ने वैश्विक मान्यता हासिल की है।
इस शहर की तेजी से कामयाबी की तरफ बढ़ने की वजह यह भी है कि यह हांगकांग के नजदीक है। इस शहर में तेजी से विदेशी निवेश भी आया है। आज के समय में शेन्ज़ेन चीन की कई बड़ी टेक्नोलॉजी फर्म के लिए मुख्यालय के रूप में काम करता है, जिसमें टेलीकॉम दिग्गज हुआवेई और इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता BYD शामिल हैं।