घरेलू मैदान पर जीत के क्रम को जारी रखने उतरेगी दिल्ली

नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: दिल्ली कैपिटल्स रविवार शाम जहां राजधानी के अरुण जेटली स्टेडियम में इंडियन प्रीमियर लीग के 29वें मैच में अपने जीत के क्रम को जारी रखने मैदान में उतरेगी वहीं मुंबई इंडियंस को लगातार दो हार के बाद जीत के लिए भिड़ेगी।
दिल्ली कैपिटल्स इस सत्र में चार मैचों में आठ अंक के साथ अजेय है और अंक तालिका में दूसरे स्थान पर है जोकि उसके आत्मविश्वास को दर्शाता है। वहीं इसके विपरीत, मुंबई की टीम पांच मैचों में केवल एक जीत के साथ तालिका में आठवें स्थान पर और जीत हासिल करने के संघर्ष करती दिख रही है।
दिल्ली की शानदार शुरुआत के पीछे केएल राहुल का फॉर्म है, जो उनकी बल्लेबाजी लाइनअप की धुरी बनकर उभरे हैं। स्टाइलिश दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने न केवल शीर्ष पर रहने की काबलियत है, बल्कि जरूरत पड़ने पर आक्रामक की भूमिका निभाने की क्षमता है। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु पर छह विकेट की शानदार जीत के साथ दिल्ली के पिछले मैच में 53 गेंदों पर उनकी नाबाद 93 रन की पारी दबाव में लक्ष्य का पीछा करने की उनकी दक्षता को दर्शाता है। 58 रन पर 4 विकेट गंवाने के बाद राहुल ने ट्रिस्टन स्टब्स (नाबाद 38) के साथ 111 रनों की मैच जिताऊ साझेदारी की। 169।72 की शानदार स्ट्राइक रेट से तीन पारियों में 185 रन बनाने वाले राहुल की मौजूदगी दिल्ली की बल्लेबाजी की मजबूत कड़ी है। इस बल्लेबाज ने जरूरत पड़ने पर संतुलित और मौका मिलने पर विस्फोटक बल्लेबाजी की है। इस बीच, स्टब्स मध्यक्रम में एक बेहतरीन खिलाड़ी रहे हैं, जो स्ट्राइक रोटेट करते हैं और खराब गेंदों का भरपूर फायदा उठाते हैं।
दिल्ली का गेंदबाजी आक्रमण भी शानदार रहा है। मिशेल स्टार्क की तेज गेंदबाजी ने चार मैचों में 9 विकेट चटकाए हैं, जबकि कुलदीप यादव ने बीच के ओवरों में अपनी कलाई की स्पिन से कमाल दिखाया है और 5।66 रन प्रति ओवर की औसत से आठ विकेट चटकाए हैं।
युवा खिलाड़ी विप्रज निगम एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में उभरे हैं। उन्होंने आरसीबी के खिलाफ 18 रन देकर दो विकेट झटके थे। दिल्ली ने जहां स्थिर और खतरनाक प्रदर्शन किया है, वहीं मुंबई ने बल्ले और गेंद दोनों से ही जूझना पड़ रहा है। उनके सबसे हालिया प्रदर्शन में वानखेड़े में आरसीबी के खिलाफ 222 रनों के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करते हुए वे 12 रनों से पीछे रह गए। हालांकि तिलक वर्मा (29 गेंदों पर 56 रन) और कप्तान हार्दिक पांड्या (15 गेंदों पर 42 रन) ने अंत में जोरदार वापसी की, लेकिन शीर्ष क्रम एक बार फिर ठोस आधार बनाने में विफल रहा।