हवा में उड़ता अभेद्य किला है ये विमान, इसी से तहव्वुर राणा को लाया गया भारत

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नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: पाकिस्तान में जन्म लेने वाला कनाडाई नागरिक तहव्वुर हुसैन राणा ने मुंबई के 26/11 आतंकी हमलों में अहम भूमिका निभाई थी। उसे गुरुवार को एक स्पेशल चार्टर्ड गल्फस्ट्रीम G550 विमान में अमेरिका से भारत लाया गया।
वियना से इस चार्टर्ड विमान ने स्थानीय समय के मुताबिक, सुबह 2।15 बजे मियामी, फ्लोरिडा से रवाना हुआ। शाम 7 बजे बुखारेस्ट, रोमानिया में उतरा। 11 घंटे रुकने के बाद, विमान दिल्ली के पालम हवाई अड्डे के लिए रवाना हुआ। जेट के अंदर राणा के साथ एनएसजी कमांडो, एनआईए के वरिष्ठ अधिकारी और एक अमेरिकी स्काई मार्शल की लगातार निगरानी की जाती रही।
गल्फस्ट्रीम G550 जेट का इस्तेमाल अक्सर हाई-प्रोफाइल राजनयिक या कार्यकारी मिशन के लिए किया जाता है। इसकी सुरक्षा विशेषताओं, स्पीड और कम से कम स्टॉप के साथ अंतरमहाद्वीपीय यात्रा को संभालने की क्षमता की वजह से तहव्वुर राणा को भारत लाने के लिए चुना गया।
गल्फस्ट्रीम G550, एक ज्यादा एडवांस अल्ट्रा-लॉन्ग-रेंज बिजनेस जेट है, जो अपने बड़े केबिन, लंबी दूरी और भरोसे के लिए जाना जाता है। इसे अमेरिकी कंपनी गल्फस्ट्रीम एयरोस्पेस ने बनाया है और इसे कॉर्पोरेट, सरकारी, सैन्य और वीआईपी इस्तेमाल के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस विमान में 19 लोगों के बैठने की क्षमता होती है।
इसकी पहली उड़ान 2003 में हुई थी। इसके बाद से ही ये दुनिया भर के कई अरबपतियों, बड़ी कंपनियों और सरकारी एजेंसियों की पसंद बन गया है। कम ईंधन क्षमता वाले संस्करण को G500 के रूप में लॉन्च किया गया था। जुलाई 2021 में गल्फस्ट्रीम ने G550 का प्रोडक्शन बंद कर दिया।
गल्फस्ट्रीम एयरोस्पेस का मुख्यालय सवाना, जॉर्जिया में स्थित है। यह जनरल डायनेमिक्स की सहायक कंपनी है। गल्फस्ट्रीम एयरोस्पेस 1958 से लग्जरी और हाई-परफॉर्मेंस बिजनेस जेट को बना रहा है। G550 इसके सबसे सफल और विश्वसनीय जेट में से एक है। कंपनी ने G550 को गल्फस्ट्रीम G550 के अपग्रेडेड वर्जन के रूप में पेश किया, जिसमें बेहतर तकनीक, लंबी दूरी और अपग्रेडेड कॉकपिट सिस्टम शामिल हैं।
इसकी लंबी दूरी की रेंज इसे अंतरमहाद्वीपीय उड़ानों के लिए एकदम सही बनाती है। जैसे यह न्यूयॉर्क से टोक्यो या लंदन से केप टाउन तक बिना रुके उड़ान भर सकता है। गल्फस्ट्रीम G550 की कीमत इसके कस्टमाइजेशन पर निर्भर करती है, लेकिन इसकी बेस कीमत करीब 500 करोड़ रुपये है।
तहव्वुर राणा फिलहाल, एनआईए की हिरासत में है। 11 अप्रैल से एनआईए की टीम ने उससे पूछताछ शुरू कर दी है। अभी बाकी के 17 दिनों में भी टीम की तहव्वुर से ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि मुंबई हमले को अंजाम देने में उसकी कितनी भूमिका रही है। कोर्ट ने राणा को एनआईए की हिरासत में भेजने से पहले ये दिया है कि हर 24 घंटे में तहव्वुर राणा की मेडिकल जांच कराई जानी चाहिए। मास्टरमाइंड राणा को 11 अप्रैल को अमेरिका से भारत लाया गया था।

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