बॉडी बनाने के लिए कहीं सप्लीमेंट्स तो नहीं ले रहे हैं आप? इंफर्टिलिटी से है कनेक्शन

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज } : बॉडी बिल्डिंग का शौक रखने वाले युवा जल्दी शरीर बनाने के चक्कर में कुछ एसी गलतियां कर रहे हैं जो सेहत को नुकसान कर रही हैं। कम समय में तगड़ा शरीर बनाने के लिए युवा कई तरह के सप्लीमेंट ले रहे हैं। कुछ सप्लीमेंट ऐसे भी हैं जो युवाओं को नपुंसक भी बना सकते हैं। युवाओं की फर्टिलिटी पूरी तरह से बर्बाद तक हो सकती है। केवल इतना ही नहीं बल्कि दिल, गुर्दे और लिवर की गंभीर बीमारियां भी हो जाती हैं।
इन दिनों युवाओं में बॉडी बिल्डिंग का खासा क्रेज है। इस क्रेज के चलते जल्दी बॉडी बनाना चाहते हैं। इसके लिए युवा सप्लीमेंट लेते हैं। डॉक्टर बताते हैं कि कुछ सप्लीमेंट ऐसे हैं जो बॉडी को जल्दी बनाने में मदद तो करते हैं, लेकिन उनके बेहद गंभीर दुष्प्रभाव भी होते हैं। सबसे गंभीर प्रभाव है इंफर्टिलिटी का है। 20 वर्ष की उम्र में जल्दी बॉडी बनाने के चक्कर में युवा इतना सप्लीमेंट ले लेते हैं कि 30 की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते उनकी फर्टिलिटी पूरी तरह से बर्बाद हो सकती है। इतना ही नहीं सप्लीमेंट के जरिए बनाई गई बॉडी भी सप्लीमेंट लेना बंद करने के बाद बिगड़नी शुरु हो जाती है।
आईएमए के स्टेट सेक्रेटरी और सीनियर फिजिशियन डॉ। वीबी जिंदल बताते हैं कि कई सप्लीमेंट में स्टेरॉयड, सिंथेटिक एलिमेंट्स, प्रिजर्वेटिव और कुछ अन्य केमिकल होते हैं। इनका प्रयोग करने से कुछ समय में बॉडी की शेप तो अच्छी हो जाती है, लेकिन गंभीर परिणाम भी सामने आते हैं। ये पुरुषों में स्पर्म काउंट कम होने जैसी परेशानी बढ़ा सकता है। इस तरह के मामले सामने आते भी रहते हैं जहां सप्लीमेंट का असर फर्टिलिटी पर पड़ रहा है। ऐसे में आप कोशिश करें कि अच्छे खानपान और जो चीजें प्रकृति ने दी हैं उनको खाकर फिट रहे। किसी को देखकर सप्लीमेंट लेकर शरीर बनाने से बचें।
कई ट्रेनर तो खुद ही सप्लीमेंट बनाकर देने लगते हैं। इनका सेवन कई बार तो जानलेवा भी हो सकता है। डॉ। वीबी जिंदल कहते हैं कि ज्यादा प्रोटीन सप्लीमेंट लेने से युवाओं में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी हो जाती है। जिससे स्पर्म काउंट घटने का खतरा रहता है। जिससे इनफर्टिलिटी का खतरा हो जाता है। युवाओं को इरेक्टाइल डिसफंक्शन, लो स्पर्म काउंट और प्रीमैच्योर इजैक्यूलेशन जैसी परेशानी हो जाती है। इसलिए बॉडी बनाने के चक्कर में सप्लीमेंट नहीं लेने चाहिए।