‘जम्मू-कश्मीर मास मूवमेंट’ ने भी अलगावादी विचारधारा छोड़ी: शाह

नयी दिल्ली { गहरी खोज } : जम्मू कश्मीर में अलगाववादी संगठन हुर्रियत कांफ्रेन्स से जुड़े एक और संगठन जम्मू-कश्मीर मास मूवमेंट ने अलगावादी विचारधारा को छोड़कर देश की एकता के प्रति एकजुटता की घोषणा की है।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर मास मूवमेंट के इस निर्णय के बाद केन्द्र शासित प्रदेश में अलगाववाद को खारिज करने वाले संगठनों की संख्या बढकर 12 हो गयी है।
श्री शाह ने कहा , “ मोदी सरकार के तहत जम्मू-कश्मीर में एकता की भावना व्याप्त है। हुर्रियत से जुड़े एक अन्य संगठन जम्मू-कश्मीर मास मूवमेंट ने अलगाववाद को खारिज करते हुए भारत की एकता के प्रति पूर्ण प्रतिबद्धता की घोषणा की है। मैं उनके इस कदम का तहे दिल से स्वागत करता हूं। अब तक हुर्रियत से जुड़े 12 संगठन अलगाववाद से अलग हो चुके हैं और भारत के संविधान पर भरोसा कर रहे हैं। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक भारत श्रेष्ठ भारत के सपने की जीत है।”
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ समय से कई अलगाववादी संगठनों ने हुर्रियत कांफ्रेन्स से नाता तोड़ा है।