तहव्वुर राणा से एनआईए मुख्यालय में हो सकती है पूछताछ, जेएलएन मेट्रो स्टेशन गेट नंबर 2 बंद

नयी दिल्ली { गहरी खोज } : पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक 64 साल का तहव्वुर राणा डेविड कोलमैन हेडली का करीबी सहयोगी है, जिसे दाउद गिलानी के नाम से भी जाना जाता है और वह 2008 में मुंबई आतंकी हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है। राणा गुरुवार को अमेरिका से दिल्ली पहुंचा है। मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा अमेरिका से भारत आ गया है। दिल्ली में उसके पहुंचने से पहले सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। तहव्वुर के आने से पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के मुख्यालय में उसकी संभावित पेशी को देखते हुए जवाहरलाल नेहरू (जेएलएन) मेट्रो स्टेशन का गेट नंबर 2 बंद कर दिया गया है। साथ ही आसपास लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।
एहतियात के तौर पर दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 2 को बंद कर दिया गया है और इलाके के आसपास लोगों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है। माना जा रहा है कि दिल्ली आने के बाद तहव्वुर को पूछताछ के लिए एनआईए मुख्यालय लाया जा सकता है।
इस बीच दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रवक्ता ने कहा, “एनआईए बिल्डिंग के सबसे नजदीक जेएलएन मेट्रो स्टेशन का गेट नंबर 2 एहतियात के तौर पर बंद कर दिया गया है।” उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली पुलिस के अगले आदेश तक यह गेट बंद रहेगा। हालांकि, प्रवक्ता ने कहा कि मेट्रो ट्रेन की सेवाएं सामान्य रूप से जारी रहेंगी और स्टेशन पर अन्य सभी एंट्री और एक्जिट प्वाइंट्स यात्रियों के लिए खुले रहेंगे।
पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक 64 साल का तहव्वुर राणा डेविड कोलमैन हेडली का करीबी सहयोगी है, जिसे दाउद गिलानी के नाम से भी जाना जाता है और वह 2008 में मुंबई आतंकी हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है।
26 नवंबर, 2008 को मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों में पाकिस्तान से आए 10 आतंकवादी शामिल थे, जिन्होंने अरब सागर के रास्ते मुंबई पहुंचने के बाद कई जगहों पर एक साथ हमले किए थे, जिसमें एक रेलवे स्टेशन, 2 बड़े होटल और एक यहूदी केंद्र भी शामिल थे। यह आतंकी हमला करीब 60 घंटे तक जारी रहा और इस आतंकी वारदात में 166 लोगों की जान चली गई।